Surajpur Distric :लटोरी व खड़गवाँ क्षेत्र में अवैध खनिज परिवहन पर कार्रवाई, 9 वाहन जब्त



सूरजपुर, 30 जून 2025।
आज  कलेक्टर श्री एस जयवर्धन के निर्देशानुसार राजस्व, खनिज एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा लटोरी एवं खड़गवाँ क्षेत्रों में अवैध खनिज परिवहन एवं भंडारण के विरुद्ध सघन जांच अभियान चलाया गया। कार्रवाई के दौरान कुल 9 वाहनों को जब्त किया गया।

जब्त किए गए वाहनों में 6 वाहन रेत परिवहन में, 2 हाइवा गिट्टी परिवहन में तथा 1 वाहन अवैध रूप से मिट्टी एवं ईंट परिवहन में संलिप्त पाया गया। सभी वाहन मालिकों के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

उक्त वाहनो  को पुलिस चौकी लटोरी एवं खड़गवाँ की अभिरक्षा में सुरक्षार्थ रखे गए हैं। उल्लेखनीय है कि अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण में संलिप्त पाए जाने पर जिला प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जारी रही है।

’’राष्ट्र के लिए मध्यस्थता’’ अभियान(1 जुलाई 2025 से 7 अक्टूबर 2025) को लेकर बैठक का हुआ आयोजन


खेलसाय सिंह सूरजपुर / छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के आदेशानुसार एवं अध्यक्ष/प्रधान जिला न्यायाधीश श्रीमती विनीता वार्नर के मार्गदर्शन में नालसा एवं मीडियेशन एण्ड काउंसिलियेशन प्रोजेक्ट कमेटी नई दिल्ली द्वारा संचालित ’’राष्ट्र के लिए मध्यस्थता’’ अभियान 1 जुलाई से 7 अक्टूबर 2025 के संबंध में जिला एवं सत्र न्यायलय सूरजपुर के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में न्यायाधीशो तथा ट्रेंड मिडिएटर अधिवक्तागण की विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनीता वर्णनर जो की स्वयं ट्रेंड मिडिएटर है उनके द्वारा उपस्थित लोगों को बताया गया कि भारत के सभी तालुका न्यायालय, जिला न्यायालय व उच्च न्यायालय मे लंबित मामलों को समाप्त करने हेतु ’’मध्यस्थता’’ अभियान (90 दिन) तक चलाया जा रहा हैं। जिसके माध्यम से लंबित मामलों का निराकरण किया जाना है। प्रधान जिला न्यायाधीश ने सभी न्यायाधीशों को अधिक से अधिक प्रकरण मध्यस्थता हेतु रेफेर करने के निर्देश दिए और अधिक से अधिक प्रकरणों को मध्यस्थता के माध्यम से निराकृत करने का प्रयास करने हेतु निर्देशित किया। उल्लेखनीय है की मध्यस्थता दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करने मे सहयोग प्रदान करता है, दोनों पक्षों को अपनी बात कहने का समान अवसर देकर, दोनों पक्षों में सामंजस्य साबित करता है। मध्यस्थता मे विवादों को निपटाने का सारा प्रयास स्वयं पक्षकारों का बना रहता है और निर्णय लेने का अधिकार भी पक्षकारों का ही रहता है, कहीं भी विवशता एवं दबाव नहीं रहता है, पूरी प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष होती है।
 मध्यस्थता मे सुलह योग्य मामले निम्न है –
1. दुर्घटना दावा मामले, 2. घरेलू हिंसा मामले, 3. चेक बाउंस मामले, 4. वाणिज्यिक विवाद मामले, 5. सर्विस सेंटर, 6. अपराधिक समझौता योग्य मामले, 7. उपभोक्ता विवाद मामले, 8. ऋण वसूली मामले, 9. विभाजन मामले, 10. बेदखली मामले, 11. भूमि अधिग्रहण मामले, 12. अन्य उपयुक्त सिविल मामले
मामलो का निराकरण यदि मध्यस्थता के माध्यम से होता है तो पक्षकारों को त्वरित न्याय प्राप्त हो सकता है एवं आपसी सौहार्द भी बने रहता है प्रकरणों के न्यायपूर्ण एवं शीघ्र निराकरण के लिए मध्यस्थता एक उत्तम विकल्प है।

जिला पंचायत सूरजपुर में सामान्य सभा और सामान्य प्रशासन समिति की बैठक सम्पन्न…


Khelsay सिंह सूरजपुर/30 जून 2025/*  जिला पंचायत कार्यालय सूरजपुर के सभाकक्ष में आज सामान्य सभा एवं सामान्य प्रशासन समिति की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चंद्रमणी देवपाल सिंह पैकरा ने की।
बैठक में वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, प्रधानमंत्री ग्रामीण ग्राम सड़क योजना, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक निर्माण विभाग सेतु मण्डल, उद्यान विभाग, मुख्यमंत्री ग्रामीण ग्राम सड़क योजना, मत्स्य विभाग, आदिवसी विकास विभाग, आबकारी विभाग, महिला एवं बाल विकास, क्रेड़ा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, 15वां वित्त (जिला पंचायत विकास योजना), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, विद्युत विभाग, श्रम विभाग, पशुधन विकास विभाग, कृषि विभाग, अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्या., खाद्य नागरिक आपूति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग और सहकारिता विभाग के अंतर्गत क्रियान्वित किए जा रहे योजनाओं और उनकी प्रगति की समीक्षा की गई।


इस बैठक में अध्यक्ष श्रीमती पैकरा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र हितग्राही तक पहुंचे। उन्होंने आमजन के हितों को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने पर बल दिया। साथ ही इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती  पैकरा ने जल संरक्षण को अत्यंत आवश्यक बताते हुए उपस्थित जनों से जल बचाने और उसके विवेकपूर्ण उपयोग हेतु प्रयास करने का आग्रह किया।

बैठक में सभी मूलभूत आवश्यकताओं पर व्यापक चर्चा की गई। विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा संचालित योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी गई तथा आगामी कार्य योजनाओं से सदस्यों को अवगत कराया गया।



इस दौरान वन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण एवं संग्राहक को जारी की गई राशि  के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। वर्षा ऋतु में आवागमन को बेहतर करने के लिए जिले के पुलों की स्थिति कि जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए । जल निकासी के लिए सड़क किनारे नाली निर्माण कार्य पूरा करने और मरम्मत कार्यों को लेकर सम्बन्धी विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई। इसके अलावा जिले के कई क्षेत्र में बिजली खंभे की शिफ्टिंग का कार्य शीघ्र करने के निर्देश दिए ताकि आमजनों को किसी भी तरह की परेशानी न हो और न जानमाल का नुकसान हो। इसके लिए पी डब्लू डी और बिजली विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई। उद्यान विभाग द्वारा पौधों का वितरण कर वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने हेतु निरंतर कार्य किया जा रहा है।



इसके अलावा शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान स्कूलों की स्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति और शिक्षा की गुणवत्ता की समीक्षा की गई। इस दौरान बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए।

कृषि विभाग के तहत किसानों को बीज और उर्वरकों की उपलब्धता पर चर्चा हुई। साथ ही उर्वरक और बीज वितरण की व्यवस्था को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नोनी सुरक्षा योजना, महतारी वंदन योजना, बाल संदर्भ योजना, सखी वन स्टॉप सेंटर और आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति की जानकारी दी गई।
उद्यानिकी विभाग द्वारा शासकीय योजनाओं सहित जिले में रोपनी फसलों की जानकारी दी गई, वहीं आदिम जाति कल्याण विभाग की योजनाओं में एकलव्य आदर्श विद्यालय, छात्रावास एवं छात्रवृत्ति योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई।

पशु विभाग की समीक्षा करते हुए अनुदान पर बैकयार्ड कुक्कुट इकाई वितरण योजना,अनुदान पर सूकर त्रयी इकाई वितरण योजना,अनुदान पर बकरा वितरण योजना,शत प्रतिशत अनुदान पर सांड वितरण योजना,उन्नत मादा वत्स पालन योजना,पशुधन मित्र योजना,राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना, छ०ग० राज्य कुक्कुट पालन प्रोत्साहन योजना और राज्य बकरी उद्यमिता विकास योजना की जानकारी दी गई।



स्वास्थ्य विभाग के तहत वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए एंटी स्नेक वेनम, एंटी रेबीज वैक्सीन, क्लोरीन टैबलेट की उपलब्धता तथा मलेरिया व डेंगू की रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा की गई। जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए।

इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा करते हुए इस योजना अंतर्गत बने हुए सड़कों की स्थिति की चर्चा की गई और खराब सड़कों की स्थिति को बेहतर करने के निर्देश दिए गए हैं। पी एच ई विभाग की समीक्षा के दौरान वर्षा ऋतु को देखते हुए क्लोरिनेशन की जानकारी दी गई। साथ ही जलजीवन मिशन की प्रगति की जानकारी दी गई।

बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती रेखा राजलाल राजवाड़े, जिला पंचायत के सदस्यगण श्रीमती योगेश्वरी राजवाड़े, श्री नरेंद्र यादव, श्रीमती कुसूम सिंह, श्री बाबूलाल सिंह, श्री अखिलेश प्रताप सिंह, श्री अनुज कुमार राजवाडे, श्रीमती नयन सिरदार, सुश्री मोनिका सिंह, जनपद अध्यक्ष प्रेमनगर श्री फुलेश्वर प्रसाद सिरदार, जनपद अध्यक्ष सूरजपुर श्रीमती स्वाति सिंह एवं विधायक प्रतिनिधि प्रेमनगर 04, जिला पंचायत सीईओ अन्य जनप्रतिनिधि एवं संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

गोबरी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त, कलेक्टर ने किया निरीक्षण, वैकल्पिक मार्ग तैयार करने के निर्देश…



Khelsay Singh सूरजपुर/30 जून 2025/*   डुमरिया, कोरिया से खुटरापारा (डाबरीपारा) को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गोबरी नदी पर वर्ष 2005 में निर्मित पुल अति वर्षा के कारण पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पुल के दोनों छोर पर बेरिकेट्स लगाकर मार्ग को बंद कर दिया है। साथ ही, फ्लैक्स लगाकर चेतावनी संबंधी सूचनाएं भी प्रदर्शित की गई हैं तथा रास्ते को डाइवर्ट किया जा रहा है।



घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन ने मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जन सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नवीन पुल के निर्माण हेतु प्राक्कलन तैयार करने और वैकल्पिक मार्ग शीघ्र तैयार करने के निर्देश भी दिए।


इस मामले की जांच के लिए तहसीलदार भैयाथान की अध्यक्षता में एक जांच दल का गठन किया गया है। इस दल में लोक निर्माण विभाग (सेतु) सूरजपुर के अनुविभागीय अधिकारी एवं ग्रामीण यांत्रिकी विभाग/प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सूरजपुर के अधिकारी बतौर सदस्य शामिल किए गए हैं।

Surajpur/सूरजपुर पुलिस के अधिकारी व जवान रात्रि गश्त में बड़ी संख्या में एक साथ उतरे सड़कों पर, 203 संदिग्धों को चेक किया, 28 को थाना पकड़कर लाया और कड़ी चेतावनी देकर छोड़ा, 68 निगरानी व गुण्डे बदमाशों को अपराध से दूर रहने दी गई कड़ी हिदायत।


सूरजपुर।सूरजपुर पुलिस की सशक्त रात्रि गश्त का असर नजर आने लगा है। रात्रि गश्त के दौरान पुलिस ने 203 संदिग्धों/सजायात व्यक्तियों को चेक किया, 28 की धरपकड़ कर थाना लाया और कड़ी पूछताछ कर छोड़ा गया तथा 68 निगरानी, गुण्डा व माफी बदमाशों की चेकिंग कर उन्हें सख्त लहजे में अपराधिक गतिविधियों से दूर रहने की हिदायत दी गई।


अपराधों की रोकथाम, आमजनों की सुरक्षा, शांती एवं कानून व्यवस्था को पुख्ता रखने, अपराधियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही हेतु रात्रि गश्त का सशक्त तौर पर करने के सख्त निर्देश डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुलिस अधिकारियों को दिए थे।
शनिवार, 28-29.06.2025 की दरम्यानी रात्रि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो के मार्गदर्शन में सूरजपुर क्षेत्र में सीएसपी एस.एस.पैंकरा, अनुभाग प्रेमनगर क्षेत्र में एसडीओपी नरेन्द्र सिंह पुजारी, अनुभाग ओड़गी क्षेत्र में एसडीओपी राजेश जोशी, अनुभाग प्रतापपुर में एसडीओपी सौरभ उईके, भटगांव क्षेत्र में डीएसपी रितेश चौधरी, विश्रामपुर क्षेत्र में एसडीओपी अभिषेक पैंकरा व डीएसपी अनूप एक्का के नेतृत्व में सभी थाना-चौकी प्रभारी व पुलिस लाईन के 350 से अधिक अधिकारी व जवानों ने रात्रि गश्त किया।


इस दौरान जिलेभर में गश्त कर दबिश देकर 203 संदिग्धों/सजायात को चेक किया गया, 28 लोगों को पकड़कर थाना लाया गया, सख्ती से पूछताछ के बाद इन्हें कड़ी चेतावनी के बाद छोड़ा गया, रात्रि में 45 घुमते हुए पाए गए लोगों की भी सघन पूछताछ कर जांच की गई। रात्रि गश्त में 68 निगरानी, माफी व गुण्डा बदमाश को चेक करने पर यह सभी अपने घर पर मिले जिन्हें अपराध से दूर रहने की कड़ी हिदायत दी गई और उनके मोबाईल नंबर की जानकारी लेते हुए जीवन यापन के कार्यो की बारीकी से जानकारी ली गई। रात्रि गश्त के दौरान पुलिस टीमों के द्वारा विद्यालय परिसर, जिला चिकित्सालय और बस स्टैण्ड, बैंक एवं एटीएम की आकस्मिक जांच की गई। शहर के चौक-चौराहों पर शराब पीकर वाहन चलाने वालों की चेकिंग की गई।

सूरजपुर में ऐतिहासिक कानूनी जागरूकता कार्यक्रम: नालसा की नई योजनाओं ने न्याय की राह रोशन की


खेलसाय सिंह  सूरजपुर /– न्याय की पहुँच को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से, सूरजपुर में एक ऐतिहासिक और भव्य ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम माननीय छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के दिशानिर्देशों और जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती विनीता वार्नर के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। जिला पंचायत भवन के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य केंद्र नालसा (NALSA) की चार महत्वपूर्ण नई योजनाएँ थीं: जागृति, डॉन, संवाद, और आशा।
इस आयोजन की खासियत यह थी कि इसके साथ किशोर न्याय इकाई पर एक विशेष कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसमें किशोरों से जुड़े कानूनी पहलुओं और उनके पुनर्वास पर गहन चर्चा हुई।
सकारात्मक शुरुआत और प्रेरणादायक माहौल
कार्यक्रम का शुभारंभ बेहद प्रेरणादायक रहा। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के बाद प्रोजेक्टर पर नालसा थीम सॉन्ग चलाया गया, जिसने हॉल में उपस्थित सभी लोगों में कानूनी सेवाओं के प्रति समर्पण और उत्साह का संचार किया। इस दौरान उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधे लगे गमले भेंट किए गए, जो इस कार्यक्रम को एक अनूठा और सकारात्मक स्पर्श देता है।
प्रमुख वक्ताओं ने योजनाओं और कानूनी प्रावधानों पर दिया ज़ोर
* ‘आशा’ योजना: बाल विवाह के खिलाफ एक नई किरण
   कुटुंब न्यायालय की न्यायाधीश श्रीमती प्रज्ञा पचौरी ने ‘आशा’ योजना के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझाया। उन्होंने बताया कि यह योजना बाल विवाह के पीड़ितों को विशेष कानूनी सहायता और परामर्श प्रदान करती है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह योजना केवल कागजों पर न रहे, बल्कि ग्राम सरपंचों और पैरालीगल वालंटियर्स को मिलकर इसे जमीनी स्तर पर लागू करना होगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति को जड़ से खत्म किया जा सके।
* पॉक्सो एक्ट और साइबर क्राइम पर महत्वपूर्ण चर्चा
   फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालय के न्यायाधीश श्री आनंद प्रकाश वारियाल ने पॉक्सो एक्ट पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे यह कानून बच्चों को यौन अपराधों से सुरक्षा प्रदान करता है और बाल विवाह पर भी रोक लगाता है। उन्होंने विशेष रूप से सोशल मीडिया के बढ़ते दुरुपयोग और उससे होने वाले साइबर अपराधों पर भी लोगों को जागरूक किया, जो आज के समय में एक बड़ी चुनौती बन गई है। उन्होंने सरपंचों से ग्रामीण स्तर पर इन मुद्दों पर जागरूकता फैलाने की अपील की।
* किशोर न्याय की नई परिभाषा
   न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री आशीष भगत ने किशोर न्याय बोर्ड (JJB) के प्रावधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने किशोरों द्वारा किए जाने वाले अपराधों के पीछे के सामाजिक-आर्थिक कारणों, जैसे गरीबी, पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि कैसे किशोर न्याय अधिनियम बच्चों को सुधारने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में वापस लाने का अवसर प्रदान करता है, बजाय इसके कि उन्हें सिर्फ अपराधी माना जाए।
* योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने की प्रक्रिया
   जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती प्रतीक्षा अग्रवाल ने नालसा की इन नई योजनाओं के व्यावहारिक क्रियान्वयन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं को कैसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा ताकि वे वास्तव में ज़रूरतमंद लोगों तक पहुँच सकें और उन्हें समय पर न्याय मिल सके।
कुशल नेतृत्व और व्यापक भागीदारी
यह कार्यक्रम प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती विनीता वार्नर और न्यायाधीश श्रीमती प्रज्ञा पचौरी की संयुक्त अध्यक्षता में संपन्न हुआ। उनके कुशल नेतृत्व ने कार्यक्रम को एक उच्च स्तर की विश्वसनीयता और दिशा प्रदान की।
कार्यक्रम का संचालन जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जायसवाल ने अत्यंत प्रभावशाली ढंग से किया। इस अवसर पर न्यायिक अधिकारियों के साथ-साथ उप पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार महतो, अपर कलेक्टर श्री जगन्नाथ वर्मा, श्री रमेश साहू, जिला कार्यक्रम अधिकारी सूरजपुर, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्रीमती बी. तिर्की, किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष एवं सदस्य, बाल कल्याण समिति के अधिकारी, श्री हृदय नारायण श्रीवास्तव, चीफ लीगल एड डिफेंस कौंसिल सूरजपुर और सूरजपुर ब्लॉक के सभी सरपंचगण भी उपस्थित थे। उनकी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम की गंभीरता और व्यापकता को दर्शाया।
यह उन्मुखीकरण कार्यक्रम कानूनी साक्षरता को बढ़ावा देने, कानूनी सेवाओं को सुलभ बनाने और समाज के हर वर्ग तक न्याय की पहुँच सुनिश्चित करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ। यह आयोजन निश्चित रूप से सूरजपुर जिले में कानूनी सहायता प्रणाली को मज़बूत करेगा और एक न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत ग्राम सोनपुर, चपदा, मायापुर, पार्वतीपुर इत्यादि स्थानों पर शिविर का किया गया आयोजन



खेलसाय सिंह सूरजपुर/28 जून 2025/* भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत सूरजपुर जिले के चिन्हित जनजातीय गांवों में व्यापक स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों का उद्देश्य आदिवासी अंचलों में बुनियादी सुविधाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आजीविका जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आदिवासी समुदायों को लाभान्वित कर आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है।



कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के निर्देशन में जिले के विभिन्न विकास खण्डों में अभियान अंतर्गत शिविरों का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है। आज विकासखंड भैयाथान के ग्राम बुंदिया, धरमपुर, लक्ष्मीपुर, सुदामानगर, सोनपुर एवं राई में शिविर लगाए गए। वहीं विकासखण्ड ओड़गी के कर्री, चपदा, कुप्पी एवं धरसेडी में भी ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई तथा लाभ प्रदान किए गए।



विकासखण्ड प्रतापपुर के ग्राम सोनगरा, श्यामनगर, सकलपुर,   शंकरपुर, मायापुर, झिंगादोहर,  बंशीपुर, दुरती,  मरहटा, सेंधापारा, पंडरीडांड एवं कोरंधा  में भी धरती आबा अभियान के तहत शिविर आयोजित कर जनजातीय समुदायों को लाभ पहुंचाया गया।

इसी क्रम में विकासखण्ड प्रेमनगर के ग्राम कोतल, उमेश्वरपुर, पार्वतीपुर, लक्ष्मीपुर, वृन्दावन, अनन्तपुर एवं बकालो में और विकासखंड रामानुजनगर के ग्राम तिवरागुडी, मकरबंधा, पिवरी एवं बकना में भी शिविरों का आयोजन किया गया।



विकासखण्ड सूरजपुर के ग्राम तुलसी मोहनपुर, हरिपुर, मंजीरा,छतरपुर, रामेश्वरपुर एवं पोडिपा में में भी शिविरों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी और लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान की गईं। धरती आबा अभियान के इन शिविरों में संबंधित विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही।  

पीएम सूर्य घर योजना से ओमप्रकाश उपाध्याय को मिली ऊर्जा स्वतंत्रता…



खेलसाय सिंह सूरजपुर/ 28 जून 2025/* भारत सरकार द्वारा 29 फरवरी 2024 को शुरू की गई “पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना” का उद्देश्य देश के आवासीय घरों को अपनी बिजली स्वयं उत्पन्न करने के लिए सशक्त बनाना है। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत 3 किलोवाट तक के सोलर रूफटॉप सिस्टम पर 60% तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जिससे नागरिकों को आर्थिक रूप से राहत मिल रही है और अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा भी मिल रहा है।

इस योजना का प्रत्यक्ष लाभ उठाते हुए सतपता , विश्रामपुर के निवासी श्री ओमप्रकाश उपाध्याय ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सौर पैनल सिस्टम स्थापित कराया है। उन्होंने 7 मार्च 2025 को योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसके बाद डिस्कॉम के पंजीकृत वेंडर द्वारा सिस्टम लगाया गया।

श्री उपाध्याय  के अनुसार, उनके घर में रोज़ाना लगभग 12 से 13 यूनिट बिजली की खपत होती है, जबकि उनका सोलर सिस्टम 17 से 19 यूनिट प्रतिदिन बिजली उत्पन्न कर रहा है। नतीजतन, उनका बिजली बिल न केवल शून्य हो गया है बल्कि माइनस में चल रहा है, जिससे उन्हें हर महीने क्रेडिट यूनिट का लाभ भी मिल रहा है।

वे कहते हैं, “यह योजना वास्तव में आम जनता के लिए एक वरदान है। हर परिवार को इसका लाभ जरूर लेना चाहिए। इससे न केवल बिजली के खर्च से मुक्ति मिलती है, बल्कि पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान होता है।”

निरक्षण के दौरान आईजी हुए नाराज,विश्रामपुर थाना प्रभारी कों किया गया लाइन अटैच :प्रकाश राठौर होंगे नये थाना प्रभारी…

खेलसाय सिंह सूरजपुर /27/jun 2025/जिले के पुलिस महकमे में एक महत्वपूर्ण बदलाव की खबर सामने आई है। विश्रामपुर पुलिस थाने की कमान अब निरीक्षक प्रकाश राठौर के हाथों में सौंपी गई है, जबकि पूर्व थाना प्रभारी अलरिक लकड़ा को पुलिस लाइन स्थानांतरित कर दिया गया है। आपकों बताते चलें कि अलरिक लकड़ा, जिन्होंने विश्रामपुर थाने में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दीं, को पुलिस लाइन भेजा गया है। हालांकि, इस स्थानांतरण के पीछे के कारणों को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह प्रशासनिक निर्णय पुलिस महकमे में कार्यप्रणाली को और सुदृढ़ करने का हिस्सा है।विश्रामपुर थाना क्षेत्र, जो कोयलांचल क्षेत्र के लिए जाना जाता है, यहां कानून-व्यवस्था को बनाए रखना हमे

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अचानक हुए तबादले के पीछे सरगुजा आईजी का निरक्षण दौरा रहा है,निरक्षण के दौरान जिसमे कार्यशैली में कमियां पाए जाने की वजह से थाने में फेर बदल करने की नौबत आई,जो लोकाचार में देखने और सुनने का विषय बना हुआ है।

कलेक्टर ने ली जिला स्तरीय पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना समिति की बैठक…


जगन्नाथपुर गांव के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों के साथ पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना विषय को लेकर की गई सकारात्मक चर्चा

सूरजपुर 27 जून 2025 /* आज कलेक्टर श्री एस जयवर्धन की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना समिति की बैठक रखी गई थी। जिसका उद्देश्य साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड भटगांव क्षेत्र मदननगर खुली खदान  परियोजना के तहत प्रभावित हो रहे गांव जगन्नाथपुर के सरपंच, उपसरपंच, सचिव व ग्रामवासियों के साथ पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना विषय पर सकरात्मक चर्चा करना था। बैठक में परियोजना से प्रभावित व्यक्तियों के अधिग्रहित की जाने वाली भूमी तथा मकनों का आकलन करना, समुचित मुआवजा मिलने के साथ साथ उनके बसाहवट  हेतु प्रस्तावित स्थल में मकान बनाने हेतु भूखण्ड़ आबंटन तथा अन्य सुविधा के एवज में एकमुश्त मुआवजा , नियमानुसार रोजगार तथा परियोजना प्रभावित परिवारों को वर्तमान स्थिति के समकक्ष या उसे बेहतर जीवन व्यवस्था सुनिश्चित करनेे जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस बैठक के दौरान कलेक्टर श्री जयवर्धन ने प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास एवं रोजगार की दिशा में प्रगति के वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
     इस अवसर पर सरपंच, सचिव, उपसरपंच व ग्रामवासी, एसडीएम श्रीमती ललिता भगत, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती चांदनी कंवर, एसईसीएल जीएम श्री माधव राव बोबडे, भू-अर्जन अधिकारी श्री बबन यादव, खदान प्रबंधक श्री जे.पी.एल तिवारी, एमआर मैनेजर श्री राजेश यादव एवं सर्वे अधिकारी श्री अनीश रॉय व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।